Specifications
ओपल (6 कैरेट) (लेब द्वारा प्रमाणित ):
Description
ओपल :
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर ग्रह का प्रतिनिधित्व हर एक रत्न करता है। हर व्यक्ति को रत्न अपनी राशि और ज्योतिष के अनुसार ही करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ओपल सफेद रंग का रत्न है जो कि कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति खराब होने पर उसे मजबूत करने का काम करता है। यदि किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है तो उसे ओपल रत्न धारण करने से काफी सहायता मिल सकती है। ओपल पहनने से व्यक्ति की समाज में लोकप्रियता भी बढ़ती है।
रत्न शास्त्र के मुताबिक वृषभ और तुला राशि के लोग ओपल धारण कर सकते हैं। उनके लिए ओपल धारण करना उत्तम माना जाता है। इनके अलावा मकर, कुंभ, मिथुन और कन्या राशि के लोगों भी इस रत्न को धारण कर सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि शुक्र ग्रह का रत्न है और चंद्रमा, सूर्य और बृहस्पति शुक्र के शत्रु हैं ऐसे में माणिक्य, मोती और पुखराज जिन लोगों ने धारण किया हुआ है उन्हें ओपल धारण नहीं करना चाहिए। पन्ना और नीलम रत्न के साथ ओपल धारण किया जा सकता है।
ओपल धारण करने के लाभ :
ओपल धारण करने से पति-पत्नी के बीच चली आ रही समस्या दूर होती है।
साथ ही ऐसा माना जाता है की टीवी, फिल्म, थिएटर और आईटी क्षेत्र के जुड़े जातक अगर ओपल धारण करते हैं तो वह उनके लिए शुभ फलदायी रहेगा।
ओपल धारण करने से व्यक्ति को भाग्य का साथ मिलता है साथ ही उसका जीवन खुशियों से भर जाता है।
इसे धारण करने से व्यक्ति को मानसिक शांति भी आती है।
धारण विधि :
यदि कोई व्यक्ति ओपल धारण करना चाहता है तो वह किसी भी माह की शुक्ल पक्ष के शुक्रवार के दिन पहन सकते हैं। इसे सीधे हाथ की अनामिका अंगुली में पहनना चाहिए। ओपल की अंगूठी पहनने से पहले इसे कच्चे दूध और गंगाजल में डालकर शुद्ध करें। इसके बाद एक सफेद कपड़े के ऊपर इस अंगूठी को रख लें और शुक्र के मंत्र "ऊँ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:" की एक माला का जप करके अंगठी को धारण कर लें।
Notes
नियम एवं शर्तें -
1- ओपल लैब द्वारा प्रमाणित रहेगा.
2- सम्पूर्ण भारत में डिलीवरी फ्री रहेगी.
3- डिलीवरी 5-7 कार्य दिवसों में होगी.
4- किसी भी प्रकार के संपर्क के लिए WhatsApp करें